10 गलतियां जो म्यूचुअल फंड निवेश में ना करें

म्यूचुअल फंड निवेश का सही तरीका अपनाना आपको बेहतर रिटर्न दिला सकता है। हालांकि, बहुत से निवेशक अनजाने में कुछ गलतियां करते हैं, जो उनके निवेश पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं। यह लेख आपको उन गलतियों से बचने में मदद करेगा। “म्यूचुअल फंड में निवेश की गलतियां” और “म्यूचुअल फंड निवेश टिप्स इन हिंदी” जैसे सवालों के जवाब यहीं मिलेंगे।

10 गलतियां जो म्यूचुअल फंड निवेश में ना करें
10 गलतियां जो म्यूचुअल फंड निवेश में ना करें

1. बिना लक्ष्य तय किए निवेश करना

बिना किसी निवेश लक्ष्य के म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना सबसे बड़ी गलती है।

  • अगर आपका उद्देश्य “शॉर्ट-टर्म गोल” जैसे बच्चों की स्कूल फीस भरना है, तो लिक्विड फंड का चयन करें।
  • यदि “लॉन्ग-टर्म निवेश” जैसे रिटायरमेंट प्लानिंग की बात हो, तो इक्विटी फंड्स उपयुक्त हैं।

सुनिश्चित करें कि आप अपने उद्देश्य के अनुसार फंड का चयन करें।


2. केवल पिछले प्रदर्शन पर निर्भर रहना

म्यूचुअल फंड का चयन करते समय केवल फंड के पिछले प्रदर्शन को देखना सही नहीं है।

  • फंड का पिछला प्रदर्शन भविष्य में रिटर्न की गारंटी नहीं देता।
  • फंड के पोर्टफोलियो, फंड मैनेजर के अनुभव और बाजार की स्थिति का मूल्यांकन करें।

3. सभी पैसे एक ही फंड में निवेश करना

सिर्फ एक म्यूचुअल फंड पर निर्भर रहना जोखिम भरा हो सकता है।

  • “डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो” बनाएं।
  • अपनी रकम को इक्विटी, डेट और हाइब्रिड फंड्स में विभाजित करें।
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डायवर्सिफिकेशन से आपका निवेश सुरक्षित रहता है और जोखिम कम होता है।


4. बाजार के उतार-चढ़ाव से डरना

इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने वाले अक्सर बाजार के उतार-चढ़ाव से घबरा जाते हैं।

  • बाजार गिरने पर यूनिट्स बेचना या निवेश रोक देना गलत है।
  • लॉन्ग-टर्म में बाजार सुधार होता है और अच्छा रिटर्न देता है।

“मार्केट वॉलटिलिटी” से डरने की बजाय अपने निवेश पर ध्यान दें।


5. गलत फंड का चयन करना

अपनी जोखिम लेने की क्षमता और उद्देश्य के अनुसार फंड का चयन न करना एक आम गलती है।

  • यदि आप कम जोखिम लेना चाहते हैं, तो डेट फंड्स चुनें।
  • अगर आप हाई रिटर्न चाहते हैं और जोखिम उठा सकते हैं, तो “इक्विटी फंड्स” में निवेश करें।

6. सिर्फ रिटर्न पर ध्यान देना, खर्चों को नजरअंदाज करना

म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय सिर्फ रिटर्न पर फोकस करना गलत है।

  • हर फंड में एक्सपेंस रेशियो होता है, जो फंड के प्रदर्शन को प्रभावित करता है।
  • कम एक्सपेंस रेशियो वाले फंड्स को प्राथमिकता दें।

7. जल्दबाजी में निवेश करना

बिना रिसर्च के म्यूचुअल फंड में निवेश करना नुकसानदायक हो सकता है।

  • किसी भी फंड में निवेश से पहले उसके एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM), फंड मैनेजर, पोर्टफोलियो और रेटिंग्स की जांच करें।
  • सही जानकारी के बिना निवेश करना पैसा डूबने जैसा हो सकता है।

8. SIP को रोकना

बाजार गिरने पर या आर्थिक दिक्कतों के कारण SIP (सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) को रोक देना एक बड़ी गलती है।

  • बाजार गिरने पर SIP आपको कम कीमत पर अधिक यूनिट्स खरीदने का मौका देती है।
  • लंबी अवधि में SIP बेहतर रिटर्न देती है।
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9. कर लाभ के लिए गलत फंड का चयन करना

केवल टैक्स सेविंग के उद्देश्य से किसी भी फंड में निवेश करना गलत है।

  • अगर आपका लक्ष्य केवल कर बचाना है, तो ELSS (इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम) चुनें।
  • ELSS के अलावा अन्य फंड्स टैक्स बचाने में मदद नहीं करते।

10. समीक्षा न करना

म्यूचुअल फंड निवेश करने के बाद उसकी समीक्षा न करना एक सामान्य गलती है।

  • हर 6 महीने या साल में अपने पोर्टफोलियो की रिव्यू करें।
  • खराब प्रदर्शन वाले फंड्स को बदलने पर विचार करें।

निष्कर्ष

म्यूचुअल फंड्स में निवेश सही जानकारी और अनुशासन से किया जाए, तो यह बहुत फायदेमंद हो सकता है। ऊपर बताई गई गलतियों से बचकर आप बेहतर रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।


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