“म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की गणना कैसे करें?” यह सवाल अक्सर उन निवेशकों के मन में आता है जो म्यूचुअल फंड्स के जरिए अपने निवेश पर सही आंकलन करना चाहते हैं। म्यूचुअल फंड्स में निवेश का फायदा तब अधिक होता है जब आप यह समझें कि रिटर्न की सही गणना कैसे की जाती है।
इस लेख में हम आपको म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न कैलकुलेशन के तरीके, उनके महत्व और विभिन्न प्रकार के रिटर्न (CAGR, XIRR, Absolute Return) के बारे में विस्तार से बताएंगे। साथ ही, आपको यह भी समझाएंगे कि इनका आपके निवेश पर क्या प्रभाव पड़ता है।
Table of Contents
म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की गणना क्यों जरूरी है?
म्यूचुअल फंड्स में निवेश करते समय यह जानना जरूरी है कि आपका निवेश कैसा प्रदर्शन कर रहा है।
- यह आपको सही फंड का चयन करने में मदद करता है।
- आप अपने वित्तीय लक्ष्यों की ओर प्रगति को माप सकते हैं।
- अलग-अलग फंड्स के प्रदर्शन की तुलना कर सकते हैं।
म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न के प्रकार
म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की गणना करने के लिए अलग-अलग तरीके होते हैं। इनमें मुख्यतः सिंपल रिटर्न, CAGR, XIRR, और एब्सोल्यूट रिटर्न शामिल हैं।
1. एब्सोल्यूट रिटर्न (Absolute Return)
यह सबसे सरल तरीका है। इसमें यह देखा जाता है कि आपके निवेश ने शुरुआत से अंत तक कितना रिटर्न दिया।
फॉर्मूला: Absolute Return=Ending Value−Initial ValueInitial Value×100\text{Absolute Return} = \frac{\text{Ending Value} – \text{Initial Value}}{\text{Initial Value}} \times 100
उदाहरण:
आपने ₹1,00,000 निवेश किए, और आज उसकी वैल्यू ₹1,20,000 है। Absolute Return=1,20,000−1,00,0001,00,000×100=20%\text{Absolute Return} = \frac{1,20,000 – 1,00,000}{1,00,000} \times 100 = 20\%
2. कंपाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR)
CAGR यह दर्शाता है कि आपका निवेश हर साल औसतन कितने प्रतिशत की दर से बढ़ा।
फॉर्मूला: CAGR=(Ending ValueBeginning Value)1n−1\text{CAGR} = \left( \frac{\text{Ending Value}}{\text{Beginning Value}} \right)^{\frac{1}{n}} – 1
जहां n = वर्षों की संख्या।
उदाहरण:
आपने ₹1,00,000 तीन साल के लिए निवेश किए, और आज उसकी वैल्यू ₹1,50,000 है। CAGR=(1,50,0001,00,000)13−1=0.1447×100=14.47%\text{CAGR} = \left( \frac{1,50,000}{1,00,000} \right)^{\frac{1}{3}} – 1 = 0.1447 \times 100 = 14.47\%
3. एक्सटेंडेड इन्टरनल रेट ऑफ रिटर्न (XIRR)
अगर आप SIP (सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) कर रहे हैं, तो XIRR सबसे सही तरीका है। यह आपकी सभी कैश फ्लो (जमा और निकासी) को ध्यान में रखकर रिटर्न की गणना करता है।
XIRR कैलकुलेशन के लिए आप Excel का इस्तेमाल कर सकते हैं:
- Excel में तारीखें और उनके अनुसार निवेश की गई राशि लिखें।
- सभी कैश फ्लो और वर्तमान वैल्यू को जोड़ें।
- XIRR फॉर्मूला का उपयोग करें:
=XIRR(values, dates)
म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की तुलना के लिए महत्वपूर्ण बातें
1. लंबी अवधि पर ध्यान दें
म्यूचुअल फंड्स का प्रदर्शन लंबे समय में बेहतर होता है। इसलिए कम से कम 3-5 साल के डेटा पर आधारित तुलना करें।
2. लार्ज-कैप, मिड-कैप, स्मॉल-कैप का प्रदर्शन समझें
अलग-अलग कैटेगरी के फंड्स में रिटर्न की दर अलग होती है।
- लार्ज-कैप फंड्स: स्थिर लेकिन कम रिटर्न।
- मिड और स्मॉल-कैप फंड्स: उच्च जोखिम, लेकिन लंबी अवधि में उच्च रिटर्न।
3. फंड का एक्सपेंस रेशियो
एक्सपेंस रेशियो यानी फंड मैनेजमेंट का खर्चा आपके रिटर्न को प्रभावित कर सकता है।
म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न को बेहतर कैसे बनाएं?
1. लंबी अवधि के लिए निवेश करें
लंबी अवधि के निवेश में पावर ऑफ कंपाउंडिंग का फायदा मिलता है।
2. डायवर्सिफिकेशन करें
अपने पोर्टफोलियो को लार्ज, मिड और स्मॉल-कैप फंड्स में बांटें।
3. नियमित समीक्षा करें
अपने फंड्स का प्रदर्शन नियमित रूप से रिव्यू करें।
4. SIP का उपयोग करें
SIP से आप बाजार के उतार-चढ़ाव का फायदा उठा सकते हैं।
निष्कर्ष
“म्यूचुअल फंड्स में रिटर्न की गणना कैसे करें?” इसका जवाब आपके निवेश के तरीके और अवधि पर निर्भर करता है।
- एब्सोल्यूट रिटर्न शुरुआती गणना के लिए सही है।
- CAGR लंबे समय के रिटर्न को मापने का बेहतरीन तरीका है।
- XIRR SIP निवेशकों के लिए सबसे उपयुक्त है।
सही तरीके से रिटर्न की गणना करना आपके निवेश को समझने और बेहतर निर्णय लेने में मदद करता है।
बेस्ट permalink in Hinglish: mutual-funds-me-return-ki-ganana-kaise-kare